▪ वजन कम करने के लिए मीठे से दूरी बनाए रखें।
▪ मीठे में कैलोरी ज्यादा होने से मोटापा बढ़ता है।
▪ मीठा खाने का मन करे तो ऑर्गेनिक फूड अपनाएं।
▪ चीनी युक्त पेय पदार्थ को कहें ना।
▪ मीठे में कैलोरी ज्यादा होने से मोटापा बढ़ता है।
▪ मीठा खाने का मन करे तो ऑर्गेनिक फूड अपनाएं।
▪ चीनी युक्त पेय पदार्थ को कहें ना।
● वजन घटाने का पहला नियम है - 'मीठे से दूर रहो।' लेकिन, अपनी पसंदीदा
मिठाई को न कहना। या फिर चॉकलेट सामने होते हुए भी उसे न खाना इतना आसान तो
नहीं। अक्सर हम यह नहीं समझ पाते हैं कि आखिर मीठा खाने की अपनी चाहत पर
कैसे काबू पाया जाए।
● समस्या की मूल वजह होती है कि इस बात को लेकर हमारी अनभिज्ञता कि हमें कितनी चीनी खानी चाहिए। यह बात जाननी बेहद जरूरी है कि खाने में अधिक शक्कर हमारे शरीर में बतौर ऊर्जा और ईंधन कम खर्च होती है। चीनी की अधिक मात्रा हमारे शरीर पर नकरात्मक असर अधिक डालती है। यह वजन तो बढ़ाती है साथ ही डायबिटीज जैसी बीमारी को भी खुला निमंत्रण देती है।
》अपने खाने से कैसे घटायी जाए शकरा की मात्रा
1) अपनी आदतों का आकलन करें :-
अपनी खान-पान संबंधी आदतों पर ध्यान दें। क्या आप दोपहर के खाने से पहले या बाद में मीठा खाते हैं? दिन के किस समय आपकी इच्छा मीठा खाने की होती है? देखने में ये बातें आपको भले ही छोटी लगें, लेकिन ज़रा-ज़रा सी यह आदत आपके काफी काम आ सकती है। इसके चलते आप इस बात को नोटिस करेंगे कि आप अतिरिक्त शर्करा ले रहे हैं। ऐसा करके धीरे-धीरे आप मीठे के स्थान पर कोई अन्य पौष्टिक पदार्थ लेने लगेंगे। उदाहरण के लिए अगर आप नाश्ते में ही मीठा खाते हैं, तो इसके स्थान पर कोई ऐसा खाद्य पदार्थ लेना शुरू कर दें, जो आपको ऊर्जा प्रदान करे।
2) चीनी को कहें न :-
यूं ही एक 'नो शुगर' लक्ष्य बनाएं। खुद को लगातार यह बात याद दिलाते रहें कि आपने अपने लिए यह लक्ष्य बनाया है। अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। अपनी आहार योजना में बदलाव लाकर आप इस लक्ष्य को पा भी सकेंगे।
3) चीनी-मुक्त पेय :-
अगर आपको चाय और कॉफी बेहद पसंद है, तो इसे बिना चीनी के ही पिएं। पेय पदार्थों में शहद या सिरप डालने की अपनी आदत से भी मुक्ति पाएं।
4) मिठाई को कहें ना :-
खाने के साथ रोजाना डेजर्ट लेने की अपनी आदत को छोड़ ही दें तो बेहतर। अगर आप भोजन के बाद मीठा खाने के आदी हैं तो रोजाना के स्थान पर हफ्ते में तीन बार ही ऐसा करें। साथ ही डेजर्ट की मात्रा भी कम करें।
5) जब मीठा खाने का कर रहा हो दिल :-
जब कभी भी आपका दिल मीठा खाने का करे, तो अपना ध्यान कहीं ओर केंद्रित करने की कोशिश करें। आप चाहें तो अपने किसी दोस्त से बात कर सकते हैं या फिर संगीत सुनकर भी अपना ध्यान वहां से हटा सकते हैं।
6) ऑर्गेनिक फूड अपनाएं :-
ऐसे ऑर्गेनिक फूड को अपने खाने में शामिल करें जो मीठा न हो। अगर आपका दिल मीठा खाने को मचल रहा हो तो अपना पसंदीदा फल खाकर उसे शांत करने की कोशिश करें। यह फल खाने में तो मीठा होगा ही साथ ही आपको जरूरी पोषक तत्त्व भी मुहैया कराएगा। हालांकि, मीठे की अपनी आदत और भूख को शांत करना इतना आसान नहीं है, लेकिन आत्मसंयम के बल पर आप धीरे-धीरे आप मीठा खाने की अपनी आदत को नियंत्रित कर पाएंगे।
मीठा खाने की अपनी आदत पर काबू पाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप खुद को कभी-कभार मिठाई और चॉकलेट से पार्टी दें। चीनी को बिल्कुल ही न कहने से अच्छा है कि आप उसकी नियंत्रित मात्रा ही लें। अगर आप एकदम मीठा खाना छोड़ देंगे तो आप खुद पर अतिरिक्त दबाव डाल देंगे। और आपकी यह जंग अधिक मीठा खाने पर जाकर समाप्त होगी। और नतीजतन आपका वजन और बढ़ने लगेगा।
● समस्या की मूल वजह होती है कि इस बात को लेकर हमारी अनभिज्ञता कि हमें कितनी चीनी खानी चाहिए। यह बात जाननी बेहद जरूरी है कि खाने में अधिक शक्कर हमारे शरीर में बतौर ऊर्जा और ईंधन कम खर्च होती है। चीनी की अधिक मात्रा हमारे शरीर पर नकरात्मक असर अधिक डालती है। यह वजन तो बढ़ाती है साथ ही डायबिटीज जैसी बीमारी को भी खुला निमंत्रण देती है।
》अपने खाने से कैसे घटायी जाए शकरा की मात्रा
1) अपनी आदतों का आकलन करें :-
अपनी खान-पान संबंधी आदतों पर ध्यान दें। क्या आप दोपहर के खाने से पहले या बाद में मीठा खाते हैं? दिन के किस समय आपकी इच्छा मीठा खाने की होती है? देखने में ये बातें आपको भले ही छोटी लगें, लेकिन ज़रा-ज़रा सी यह आदत आपके काफी काम आ सकती है। इसके चलते आप इस बात को नोटिस करेंगे कि आप अतिरिक्त शर्करा ले रहे हैं। ऐसा करके धीरे-धीरे आप मीठे के स्थान पर कोई अन्य पौष्टिक पदार्थ लेने लगेंगे। उदाहरण के लिए अगर आप नाश्ते में ही मीठा खाते हैं, तो इसके स्थान पर कोई ऐसा खाद्य पदार्थ लेना शुरू कर दें, जो आपको ऊर्जा प्रदान करे।
2) चीनी को कहें न :-
यूं ही एक 'नो शुगर' लक्ष्य बनाएं। खुद को लगातार यह बात याद दिलाते रहें कि आपने अपने लिए यह लक्ष्य बनाया है। अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। अपनी आहार योजना में बदलाव लाकर आप इस लक्ष्य को पा भी सकेंगे।
3) चीनी-मुक्त पेय :-
अगर आपको चाय और कॉफी बेहद पसंद है, तो इसे बिना चीनी के ही पिएं। पेय पदार्थों में शहद या सिरप डालने की अपनी आदत से भी मुक्ति पाएं।
4) मिठाई को कहें ना :-
खाने के साथ रोजाना डेजर्ट लेने की अपनी आदत को छोड़ ही दें तो बेहतर। अगर आप भोजन के बाद मीठा खाने के आदी हैं तो रोजाना के स्थान पर हफ्ते में तीन बार ही ऐसा करें। साथ ही डेजर्ट की मात्रा भी कम करें।
5) जब मीठा खाने का कर रहा हो दिल :-
जब कभी भी आपका दिल मीठा खाने का करे, तो अपना ध्यान कहीं ओर केंद्रित करने की कोशिश करें। आप चाहें तो अपने किसी दोस्त से बात कर सकते हैं या फिर संगीत सुनकर भी अपना ध्यान वहां से हटा सकते हैं।
6) ऑर्गेनिक फूड अपनाएं :-
ऐसे ऑर्गेनिक फूड को अपने खाने में शामिल करें जो मीठा न हो। अगर आपका दिल मीठा खाने को मचल रहा हो तो अपना पसंदीदा फल खाकर उसे शांत करने की कोशिश करें। यह फल खाने में तो मीठा होगा ही साथ ही आपको जरूरी पोषक तत्त्व भी मुहैया कराएगा। हालांकि, मीठे की अपनी आदत और भूख को शांत करना इतना आसान नहीं है, लेकिन आत्मसंयम के बल पर आप धीरे-धीरे आप मीठा खाने की अपनी आदत को नियंत्रित कर पाएंगे।
मीठा खाने की अपनी आदत पर काबू पाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप खुद को कभी-कभार मिठाई और चॉकलेट से पार्टी दें। चीनी को बिल्कुल ही न कहने से अच्छा है कि आप उसकी नियंत्रित मात्रा ही लें। अगर आप एकदम मीठा खाना छोड़ देंगे तो आप खुद पर अतिरिक्त दबाव डाल देंगे। और आपकी यह जंग अधिक मीठा खाने पर जाकर समाप्त होगी। और नतीजतन आपका वजन और बढ़ने लगेगा।